“हाँ सर, मैंने अपने पिताजी को मार डाला ” टेट्रालजी | करण कक्कड़ के कारनामे

149.00

इस पुस्तक की सामग्री को व्यापक शोध और 603 करण कक्कड़ मर्डर केस के सभी कानूनी दस्तावेजों और फाइलों के माध्यम से संकलित किया गया है। इस पुस्तक को संकलित करने के लिए गवाहों की गवाही और प्रत्यक्ष गवाहों के बयानों का उपयोग किया गया है।

Categories: ,

Description

पुस्तक में करण कक्कड़ हत्याकांड के कोर्ट रूम ट्रेल और नाटक को शामिल किया गया है। यह कहानी है करण कक्कड़ नामक युवक की, जिसकी हत्या सीरियल किलर विजय पलांडे के गिरोह ने कर दी थी। किताब एक चीर-फाड़ करने वाला कोर्टरूम ड्रामा है; फोर्ट वर्थ के एक सत्र न्यायालय में केस 603 में मंच तैयार किया गया है। करण की मां रीता कक्कड़ और भाई हरीश कक्कड़ खुली अदालत में अपनी गवाही देने के लिए तैयार हो जाते हैं। पढ़ें और इस इंटेंस कोर्टरूम ड्रामा का आनंद लें।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review ““हाँ सर, मैंने अपने पिताजी को मार डाला ” टेट्रालजी | करण कक्कड़ के कारनामे”

Your email address will not be published.